आयुर्वेदिक दृष्टि से PCOD (Polycystic Ovarian Disease) का मुख्य कारण हॉर्मोनल असंतुलन, पाचन अग्नि की कमजोरी, वात-कफ दोष का बढ़ना, तनाव, और अनियमित दिनचर्या माना जाता है। आयुर्वेद में इसका उपचार केवल लक्षणों पर नहीं, बल्कि मूल कारणों (दोष संतुलन + जीवनशैली सुधार) पर आधारित होता है। 🌿 आयुर्वेदिक दृष्टि से PCOD को समझना ✔ मुख्य दोष: कफ + वात कफ बढ़ने से शरीर में सिस्ट, वजन बढ़ना, अनियमित पीरियड। वात बढ़ने से हॉर्मोनल उतार-चढ़ाव और अनियमित चक्र। पाचन अग्नि कमजोर होने से आमा (टॉक्सिन) बढ़ता है , जिससे हॉर्मोनल सिस्टम प्रभावित होता है। 🌿 PCOD में आयुर्वेदिक उपचार (Natural & Safe) 1. आहार (Diet) – 50% इलाज यहीं से होता है ✔ PCOD में क्या खाएं: गरम पानी, जीरा-धनिया-सौंफ (JDS) tea रोज़ हरी सब्जियाँ: लौकी, तोरी, टिंडा, पालक दालें, मूंग की खिचड़ी मेथी दाना पानी रोज़ सुबह होल ग्रेन: बाजरा, जौ, ओट्स तिल का सेवन (हॉर्मोन संतुलन में मदद करता है) ❌ किन चीज़ों से परहेज़: ठंडी चीज़ें (ठंडा पानी, कोल्ड ड्रिंक्स) पनीर, चॉकलेट, मैदा जंक फूड, ...